भारत के बैंकिंग सेक्टर में कर्ज़ से जुड़ी गतिविधियाँ तेजी से बढ़ रही हैं, और इसी के बीच Axis Bank Personal Loan 2025 चर्चा में है। ग्राहकों के लिए लोन प्रक्रिया को आसान बनाने और कम ब्याज दरों पर तुरंत फंड उपलब्ध कराने के लिए एक्सिस बैंक ने अपने पर्सनल लोन सेगमेंट में कई अहम बदलाव किए हैं। यह कदम ऐसे समय में आया है जब त्योहारी सीजन के चलते लोगों में पर्सनल लोन की मांग तेजी से बढ़ रही है।
एक्सिस बैंक का नया लोन ऑफर: अब और आसान आवेदन प्रक्रिया
Axis Bank ने हाल ही में अपने Personal Loan 2025 से जुड़े फीचर्स में बदलाव किए हैं, जिससे ग्राहकों को अब पूरी तरह डिजिटल प्रोसेस के ज़रिए लोन स्वीकृति मिलेगी। बैंक का दावा है कि अब सिर्फ आधार और पैन से तुरंत लोन अप्रूवल मिल सकता है।
ब्याज दरें 10.25% प्रति वर्ष से शुरू होती हैं, जो क्रेडिट स्कोर और आय पर निर्भर करती हैं। बैंक का कहना है कि इस ऑफर का लक्ष्य युवा प्रोफेशनल्स और छोटे व्यापारियों को टारगेट करना है, जिन्हें बिना गारंटी और कागज़ी झंझटों के तुरंत फंड की ज़रूरत होती है।
Axis Bank की रणनीति: क्रेडिट ग्रोथ को बढ़ावा देने पर फोकस

Axis Bank का मानना है कि आने वाले समय में भारत में पर्सनल लोन मार्केट तेजी से बढ़ेगा। वित्त वर्ष 2024–25 की दूसरी तिमाही में बैंक ने पर्सनल लोन डिस्बर्समेंट में 18% की बढ़ोतरी दर्ज की है। बैंक ने अपने मोबाइल ऐप और वेबसाइट के ज़रिए भी Instant Loan फीचर शुरू किया है, जिससे ग्राहक 24×7 आवेदन कर सकते हैं। बैंक अधिकारियों के अनुसार, लोन अप्रूवल प्रक्रिया में अब सिर्फ कुछ ही मिनट लगते हैं। ग्राहकों के लिए यह ऑफर खास है क्योंकि इसमें pre-approved loan का विकल्प भी उपलब्ध है।
पर्सनल लोन मार्केट 2025 में कैसे बदलेगा परिदृश्य
Personal Loan 2025 के ट्रेंड्स को देखते हुए अनुमान है कि आने वाले महीनों में डिजिटल और AI-आधारित लोन अप्रूवल सिस्टम मुख्य भूमिका निभाएँगे। न केवल एक्सिस बैंक बल्कि अन्य निजी बैंक भी अब AI-verified डेटा और फिनटेक प्लेटफ़ॉर्म्स से लोन निर्णय ले रहे हैं।
इस बदलाव से ग्राहकों को तेज़ सेवा, कम ब्याज दर, और बेहतर पारदर्शिता का फायदा मिल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में उपभोक्ता खर्च consumer spending में वृद्धि के कारण यह सेगमेंट आने वाले सालों में दोगुना हो सकता है।
क्यों बढ़ रही है पर्सनल लोन की मांग?
Personal Loan की मांग बढ़ने की मुख्य वजह है महंगाई, बढ़ते खर्चे, और लाइफस्टाइल से जुड़ी ज़रूरतें। लोग अब बड़े खर्चों के लिए क्रेडिट कार्ड की जगह कम ब्याज दर वाले पर्सनल लोन को प्राथमिकता दे रहे हैं। बैंकिंग एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले महीनों में इस मांग में और बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इसके अलावा, डिजिटल KYC और instant verification सिस्टम ने भी प्रक्रिया को और आसान बना दिया है।
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